नए जिलाध्यक्ष बनाने के लिए एकत्रित हुए, एक होना तो दूर आपस में व पत्रकारों से ही उलझ पड़े
वरुण शर्मा. जालौर कांग्रेस के 16वे जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए जालौर में संगठन सृजन अभियान काफ़ी विवादों में रहा।
कार्यक्रम के शुरुआती दौर में सम्मान की कड़ी में ही गुटबाजी शुरू हुई। जिसके चलते शुरुआत से ही आपसी उलझन शुरू हो गई। वैसे संगठन की ओर से आगामी चुनावों में अच्छे परिणाम के लिए। कुशल जिलाध्यक्ष की खोज रहेगी, अगर संगठन गुटबाजी से ऊपर उठकर सोचता है तो आने वाले समय में कांग्रेस को भी चुनावो में फायदा मिल सकता है।
सम्मान में ही शुरू हुई गुटबाजी :
जालौर में आयोजित हुई बैठक में देखा जाए तो, पार्टी को एक बनाने के लिए नए जिला अध्यक्ष की खोज की जा रही थी। इसी संदर्भ में जब सम्मान की बात हुई तो जालौर सिरोही से हारे हुए प्रत्याशी वैभव गहलोत का सम्मान किया गया।
मगर जीते हुए दो विधायकों का सम्मान नहीं किया गया। इसके बाद एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया। इस बात को लेकर कार्यकर्ताओं में काफी नाराज़गी नजर आई।
पत्रकार वार्ता के दौरान तकरार ही तकरार :
पत्रकार वार्ता के दौरान पुखराज पाराशर ने वरिष्ठ कांग्रेसी भीनमाल विधायक डॉ समरजीत सिंह पर आरोप लगाया कि उनकी ओर से पत्रकारों को भड़काया जा रहा है।
इस बात पर समरजीत सिंह अपनी सीट से खड़े होकर कहने लगे। आखिर यह आरोप मेरे ऊपर क्यों ? इस पर देखा जाए तो सन्नाटा पर कर गया।
जब डॉक्टर सिंह ने पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई को कहा कि आपको भी ज्ञात है आप यहां हो बताओ यह आप मेरे पर क्यों मगर दूसरी तरफ सुखराम बिश्नोई चुप्पी बैठे रहे। इस पूरे मामले को देखा जाए तो पुखराज पाराशर ने अपनी गलती स्वीकार की, दूसरी तरफ़ भीनमाल विधायक ने कहा में सही हु। इसलिए उन्होंने खुलकर बात रखी। ओर सुखराम बिश्नोई की बात करे तो जिलाध्यक्ष की लालसा ने उन्होंने चुप्पी का सहारा लेना ही ठीक समझा।
वहीं पत्रकार की ओर से उम सिंह की पुत्रवधु वर्तमान कांग्रेस महिला जिलाध्यक्ष के सवाल पर, उम सिंह पत्रकारों से उलझते हुए नजर आए।
40 दावेदार ने अपनी बात रखी 15 दावेदारों ने पेश की दावेदारी :
जालौर जिले में देखा जाए तो विधानसभा व लोकसभा में लगातार हो रही हार, को दूर करने को लेकर सक्रिय जिलाध्यक्ष की मांग दिखी।
वहीं बैठक में 40 दावेदार मौजूद थे मगर 15 दावेदारों ने आवेदन पेश किए। जिसमें देखा जाए तो यह नाम चर्चाओं में है भवरलाल मेघवाल, सवाराम पटेल, आमसिंह, जुल्फिकार भुट्टो, योगेन्द्र सिंह कुंपावत, लक्ष्मण सिंह सांखला, हीरालाल विश्नोई, जयंती विश्नोई, भरत सराधना, देराम विश्नोई, सुखराम विश्नोई।