कांग्रेस से वैभव गहलोत तो भाजपा से लुबाराम चौधरी जालौर सिरोही लोकसभा सीट पर होंगे आमने-सामने
जालोर. भाजपा का गढ़ कहे जाने वाली जालौर सिरोही लोकसभा सीट पर इस बार भाजपा व कांग्रेस ने नए प्रत्याशियों को मौका दिया है। देखा जाए तो दोनों इन बड़ी पार्टियों ने बदलाव किया है।
वैसे आंकड़ों की बात करें तो पिछले चार चुनावो में लगातार कांग्रेस हारती हुई आ रही है। इसलिए इस बार कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत को जालौर सिरोही लोकसभा की कमान दी गई है।
वैसे देखा जाए तो कांग्रेस में बूटा सिंह के बाद अभी तक कोई भी प्रत्याशी नहीं जीत पाया है, लगातार हार का सिलसिला जारी है इसी को लेकर कांग्रेस हाई कमान की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत को उतार कर जीत की तलाश कर रही है।
लुबाराम चौधरी व वैभव दोनो नया चेहरा :
देखा जाए तो इस बार 2024 लोकसभा चुनाव के अंतर्गत दोनों पार्टियों ने नए शहरों को उतारा है जहां भारतीय जनता पार्टी से लुंबाराम चौधरी एक सामान्य कार्यकर्ताओं को टिकट दिया गया है वही वैभव गहलोत की पहली बार जालौर सिरोही में सक्रिय नजर आ रहे हैं और उन्हें जालौर सिरोही लोकसभा से कांग्रेस का टिकट दिया गया है।
कांग्रेस को जीत की तलाश :
जालौर सिरोही लोकसभा सीट के अगर हम बात करें तो भारतीय जनता पार्टी का यह गढ़ बना हुआ है। जहां भारतीय जनता पार्टी लगातार इस सीट को जीतते हुए आ रही है, देखा जाए तो पिछले चार चुनावों में लगातार भारतीय जनता पार्टी ने यहां पर शानदार जीत दर्ज की है।
सबसे पहले सुशीला बंगारू ने 2004 में उसके बाद लगातार देवजी एम पटेल 15 साल तक सांसद रहे।
अब कांग्रेस ने लगातार हार के सिलसिले को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को जालौर सिरोही लोकसभा का टिकट देकर दावेदारी की है। कांग्रेस इस हार के सिलसिले को खत्म करने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए इस बार 2024 लोकसभा चुनाव के अंतर्गत पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र को मैदान में उतारा है।
भाजपा चाहेगा अपनी जीत कायम रखना :
जालौर सिरोही लोकसभा चुनाव की अगर बात करें तो लगातार चार बार 2004 से भारतीय जनता पार्टी जीती हुई आ रही है। इसी को कायम रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने जातीय समीकरण को नहीं बिगड़ते हुए चौधरी समाज से आने वाले लुबाराम चौधरी को टिकट दिया। भाजपा ने बाहुल्य जाति को एक बार फिर मौका दिया है।