देवासी सुंधा माता ट्रस्ट के कर्मचारियों के रवैये से दिखे नाराज, सरकार से कहा राजनीति बंद करो विकास में भागीदार बनने का किया इशारा
वरुण शर्मा. रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी ने विधानसभा में सुंधा माता भालू कंजर्वेशन को लेकर अपनी बात रखी। इस दौरान देवासी ने कड़े शब्दों में वर्तमान समय में सुंधा माता ट्रस्ट के कर्मचारियों के तरीके को लेकर स्पष्ट करते हुए कहा कि राजनीति बंद कर विकास की ओर ध्यान देना चाहिए। भील समाज का इस क्षेत्र पर योगदान है उसे ना भूलकर उन्हें सहयोग करें ना कि उनके छोटे-मोटे चल रहे व्यापार को लेकर उन्हें परेशान किया जाए।
रतन देवासी ने विधानसभा में कहा कि जिस तरह जवाई क्षेत्र को सफारी के रूप में जबरदस्त डेवलप किया गया है। इस तरह यह भालू अभ्यारण है इसको भी सफारी के तौर पर डेवलप किया जा सकता है। इसको लेकर सरकार को गंभीर होकर इस पर सोचना चाहिए।
भील समाज के लोगों को किया जा रहा परेशान :
विधायक रतन देवासी ने कहा की पर्यटन के नाम पर छोटा-मोटा व्यापार करने वाले आदिवासी भील समाज के लोगों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने विधानसभा में आरोप लगाते हुए कहा कि ट्रस्ट के कर्मचारियों के इशारों पर अधिकारियों की ओर से रोजी-रोटी चलाने वाले भील समाज के लोगों को परेशान करना सरासर गलत है।
देवासी ने कहा कि यह मंदिर यह पर्यटन स्थल भील समाज के पूर्वजों ने कड़ी मेहनत के साथ यहां अपना योगदान दिया है।
वैसे इंसानियत के तौर पर भी देखे तो इस तरह से कार्य करना सरासर गलत है। इसको लेकर रतन देवासी ने सदन में मंत्री से मांग की गई कि आप अपने अधिकारियों को इस बाबत समझाएं।
2008 में करोड़ों जायका योजना के तहत खर्च, वर्तमान में गेस्ट हाउस बना दिया :
सुंधा माता भालू अभ्यारण में 2008 में जायका योजना के तहत करोडो रूपए खर्च हुए। नेचुरल ट्रैक, शेड व टूरिज्म रिसेप्शन बनाए गए ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आए। लेकिन अभी यह सेंटर सिर्फ गेस्ट हाउस बनकर रह गया है। यह राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र लोगों के लिए बड़ा धार्मिक पर्यटन स्थल है। मगर अधिकारी व ट्रस्ट की मनमानी के चलते इस क्षेत्र में विकास नहीं हो पा रहा है।
रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी में कहा कि पर्यटन को लेकर यहां शुभ संकेत है। अगर सरकार अपना ध्यान इस भालू अभ्यारण की तरफ देती है तो आने वाला समय पर्यटकों की यह मनपसंद जगह होगी व क्षेत्र के लोगों को अच्छा व्यापार मिलेगा।