21 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी पहली बार पहुचेगे भीनमाल, पूर्व सीएम के पुत्र मोह पर संकट

पहली बार जालौर जिले में आ रहे है नरेन्द्र मोदी, क्षेत्र में मोदी को लेकर जबरदस्त उत्साह

भीनमाल. जालौर सिरोही लोकसभा प्रत्याशी लुंबाराम चौधरी के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी 21 अप्रैल को भीनमाल पहुंचेंगे।

नरेंद्र मोदी करीब दोपहर 12:00 बजे भीनमाल पहुंचेंगे उसके बाद भीनमाल में आयोजित विशाल चुनावी सभा को संबोधित करेंगे वैसे देखा जाए तो भाजपा प्रत्याशी लुभाराम चौधरी के सामने पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत कांग्रेस से मैदान में है।
आंकड़ों की अगर बात करें तो जालौर सिरोही लोकसभा में पिछले 20 साल से भारतीय जनता पार्टी लगातार जीतती हुई आ रही है।

इस बार भाजपा व कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला दिखाई दे रहा है। लगातार कांग्रेस के प्रत्याशी वैभव गहलोत अपने पूरे परिवार के साथ जालौर सिरोही लोकसभा में प्रचार प्रसार के लिए जुटे हुए हैं।

देखा जाए तो वैभव गहलोत के पिता पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वैभव गहलोत की पत्नी व पुत्री भी चुनावी मैदान में लगातार अपना प्रयास कर रही है।

मगर देखा जाए तो जालौर जिले में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं जिसको लेकर उत्साह साफ तौर पर देखा जा सकता है।

वहीं दूसरी तरफ भीनमाल में सभा को लेकर लोगों में काफी उत्साह है इसको लेकर कई तरह के कयास भी लगाए जा रहे हैं क्या मोदी की रैली से इतने दिनों से कांग्रेस की ओर से किया जा रहे प्रचार प्रसार पर क्या असर पड़ेगा इसको लेकर भी चर्चाएं जोरों पर है।

पूर्व सीएम से भीनमाल जिला न बनाने से है नाराज़ :

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से राजस्थान प्रदेश में नए जिलों की सौगात दी गई थी। उसके अंतर्गत भीनमाल को जिला नहीं बनाया गया वैसे देखा जाए तो भीनमाल की मांग लंबे समय से चली आ रही थी।

मगर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से भीनमाल की मांग को दरकिनार कर दिया गया और सांचौर को जिला बनाया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री स्वयं अपने भाषणों में कह चुके हैं कि सांचौर वालो ने सपने में भी नहीं सोचा था फिर भी उन्हें जिला बना दिया।

मगर कहीं ना कहीं यह बात भी सत्य है कि भीनमाल का जिला बनने के मामले में हक जरूर मारा है इसको लेकर देखा जाए तो भीनमाल क्षेत्र के लोगों की ओर से नाराजगी साफ तौर पर दिखाई दे रही है।

और यह भी आस लगाई जा रही है कि आने वाले चुनाव परिणाम में भीनमाल क्षेत्र की ओर से इसका रुझान भी देखने को मिल सकता है।

जालौर सिरोही सीट पर 20 साल से भारतीय जनता पार्टी का कब्जा :

जालौर सिरोही लोकसभा सीट की अगर बात करें तो कांग्रेस के बूटा सिंह के बाद कोई भी कांग्रेस का प्रत्याशी इस सीट पर जीत नहीं पाया है।

इसको लेकर इस बार कांग्रेस की ओर से नए प्रत्याशी के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत को चुनावी मैदान में उतारा है।

वहीं वैभव गहलोत की बात करें तो पिछले चुनाव में वैभव गहलोत ने जोधपुर से चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा।

इस बार वही वैभव गहलोत जोधपुर से अब जालौर सिरोही आ पहुंचे हैं और इस क्षेत्र में अपना चुनाव लड़ रहे हैं।


दूसरी तरफ जालौर सिरोही लोकसभा को भाजपा का गढ़ कहा जाता है क्योंकि लगातार 20 सालों से भारतीय जनता पार्टी के यहां प्रत्याशी जीतते हुए आ रहे हैं।

इससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस की यह डगर कितनी मुश्किल है। जहां भारतीय जनता पार्टी के पास एक तरफ मोदी लहर तो दूसरी तरफ अब प्रधानमंत्री स्वयं जालौर सिरोही का दौरा कर रहे हैं जिसके बाद भाजपा अपना दब-दबा बनाए रखने का दावा कर रही है।

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